आखिर पूरा हुआ सचिन का महाशतक
आखिर भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को मिल ही गया जो सचिन से उन्हें उम्मीद थी, जी हाँ यहाँ बात हो रही मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की जिन्होंने अपना महाशतक यानि १००/१०० का आंकड़ा १६ मार्च २०१२ बंगलादेश के खिलाफ पूरा किया/ इस महाशतक का इन्तेजार न केबल सचिन को ही था बल्कि सभी भारतीयों को भी था / वाकई मानना पड़ेगा की अगर क्रिकेट की कोई परिभाषा है तो वो है सचिन,आज के दौर में बहुत से बड़े बड़े धुरंधर क्रिकेटर हैं लेकिन वो ज्यादा दिनों तक कामयाब नहीं रहते, लेकिन वहीँ सचिन जो लगभग ४० की उम्र में वही जोश के साथ खेलते हैं जैसा की कोई युवा खेल रहा हो/ उनके खेल को देखते समय मानो आँखें थम सी जाती हैं/ वाकई सचिन ने जो चाहा वो उन्हें मिलता ही जा रहा है पहले उन्हें इंडिया को वर्ल्ड कप जिताने का ख्वाब देखा था वो पूरा हुआ, अब महाशतक वो भी थोड़े इन्तेजार के बाद पूरा हो ही गया/ और एक खूबी सचिन की है की उनका औसत बहुत बेहतरीन है, रनों की तो मानो बारिश लगातार जारी है वो भी बेहतरीन फॉर्म के साथ /
जब सचिन ने १९८९ में खेलना शुरू किया तब वो एक स्कूली बच्चे लगते थे, लेकिन किसी को भी नहीं पता था की ये बच्चा आगे क्या कमाल करेगा, और अब तक तो उनके साथ करियर की शुरुआत करने वाले क्रिकेटर रिटायरमेंट ले चुके है, क्योंकि उनका खेल ढल चुका था/ एक खासियत और है सचिन की वो जब भी कोई कामयाबी हासिल करते है तो बल्ले और सिर को ऊपर उठाकर अपने पिता को समर्पित करते हैं/ उनके खेल में शालीनता बहुत है वो मैदान में शारीरिक गर्मी नहीं दिखाते बल्कि गेंदबाजों को बल्ले से जवाब देते हैं, ये उनकी महानता को दर्शाता है जो शायद ही आज के किसी क्रिकेटर में देखने को मिले/ और तो और उनकी इस महानता के कायल विदेशी भी हैं/
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